किसी श्रोता का प्रश्न - मानव के लिए सबसे बड़ा धर्म क्या है?
शंकराचार्य जी का उत्तर - मनु जी ने जो मार्ग बताया उसका पालन। मानव किसको कहते हैं? मनु की वंश परम्परा में जिसका जन्म हुआ हो, वह मानव। मनु जी ने मनुस्मृति के माध्यम से जो मार्ग बताया उस पर चलना मानव का सबसे बड़ा धर्म है। मनुस्मृति में 12 अध्याय हैं। पहले और बारहवें अध्याय के माध्यम से परमात्मा या ब्रह्म का निरूपण किया गया है। मध्य के जो 10 अध्याय हैं उनके माध्यम से धर्म का निरूपण किया गया है। धर्म और ब्रह्म। ब्रह्म को परमात्मा, भगवान्, ईश्वर कहते हैं। वेदों के प्रतिपाद्य विषय हैं। धर्मनिष्ठा और ब्रह्मनिष्ठा के द्वारा ही जीवन की सार्थकता सम्भव है। तो मनुस्मृति का, मनु भगवान् का आदेश है - जीवन में धर्मनिष्ठा और भगवद्भक्ति रूपी ब्रह्मनिष्ठा को महत्व दीजिये, तब जीवन सार्थक होगा। मनु के मार्ग पर चलना यह मानव जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। और मनुष्य के जीवन की सार्थकता भी इसी में सन्निहित है।
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